
उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देशानुसार और जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अल्मोड़ा, श्रीकांत पाण्डेय के मार्गदर्शन में ‘सुरक्षित दवा–सुरक्षित जीवन’ अभियान के तहत गुरुवार को अल्मोड़ा नगर में औचक निरीक्षण अभियान चलाया गया। सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अल्मोड़ा शचि शर्मा के नेतृत्व में ड्रग इंस्पेक्टर पूजा जोशी, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी योगेश पुरोहित और शीतलाखेत एसएडी की प्रभारी चिकित्सा अधिकारी दीपिका धर्मसत्तु की टीम ने धारानौला से करबला तक विभिन्न मेडिकल स्टोरों का संयुक्त निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान दुकानों में एक्सपायर्ड दवाओं की जांच की गई और मेडिकल स्टोर संचालकों के लाइसेंस भी खंगाले गए। कई दुकानों में एक्सपायरी दवाओं को अलग रखने के लिए निर्धारित बॉक्स नहीं मिले, वहीं कैश मेमो भी व्यवस्थित रूप से नहीं बनाए जा रहे थे। कुछ दुकानों में टिटनेस के इंजेक्शन बंद फ्रिज में पाए गए। सचिव शचि शर्मा ने बताया कि ऐसे लापरवाह व्यवहार से लोगों की सेहत पर गंभीर असर पड़ सकता है। निरीक्षण टीम ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को निर्देशित किया कि वे दवाओं के भंडारण के लिए फ्रिज का तापमान नियमानुसार बनाए रखें, सभी ग्राहकों को बिल दें, कैश मेमो और एक्सपायरी बॉक्स अनिवार्य रूप से रखें और दुकानों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। इसी अभियान के अंतर्गत सचिव ने करबला स्थित रामकृष्ण मिशन कुटिर ब्राइटनर कॉर्नर में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लगाए गए विधिक जागरूकता स्टॉल का भी निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकार मित्र भावना तिवारी और नीमा बिनवाल भी उपस्थित रहीं।