
जिले में पहली बार राइफल फंड का उपयोग असहाय और निर्धनों की मदद के लिए किया जा रहा है। 20 साल बाद इस फंड को जरूरतमंदों की आर्थिक मदद के लिए खोला गया है। इससे अभी तक 9.70 लाख रुपये की मदद की जा चुकी है। सोमवार को जिलाधिकारी सविन बंसल ने छह महिलाओं को 25-25 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी। इसमें आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर गुलरघाटी निवासी पूनम ठाकुर और डालनवाला निवासी बिरोजनी उनियाल को बच्चों की स्कूल फीस के लिए 25-25 हजार की आर्थिक सहायता चेक दिए गए।
12 साल से किराए के मकान पर रह रही लकवा पीड़ित आशा देवी, दूसरे के घरों में कार्य कर अपने परिवार का भरण पोषण कर रही नेहरू कॉलोनी निवासी असहाय महिला खष्टी बिष्ट, दुर्घटना में पति का पैर टूटने पर उसके उपचार हेतु विकासनगर निवासी रेशमी के साथ ही परिवार की आजीविका का कोई साधन न होने पर अचार बनाने का कार्य करने की इच्छुक गांधी ग्राम निवासी बबीता को भी 25-25 हजार की आर्थिक सहायता दी गई। आशा देवी को आर्थिक सहायता का चेक प्रदान करने के बाद सारथी वाहन से उनके घर तक पहुंचाया गया। जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा कि हमारा प्रयास गरीब, असहाय और अक्षम लोगों समाज की मुख्यधारा से जोड़ने का है।
यद्यपि हम गरीब और असहाय लोगों की समस्या का पूर्ण निवारण नहीं कर सकते है, परंतु आर्थिक सहयोग प्रदान कर उनकी समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है। मालूम हो कि 2015 के बाद दस साल में पहली जिलाधिकारी सविन बंसल ने राइफल क्लब की बैठक ली। वहीं, राइफल क्लब बनने के 20 साल बाद इससे लोगों की मदद की जा रही है।