होटल में रिस्पेशनिस्ट का कार्य करने वाली महिला की संदिग्ध परिस्थितियों मे हुई मौत की परिजनों ने पुलिस प्रशासन से निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। प्रैस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए मृतक महिला मेधा आर्य की मां नीरू देवी और बहन राखी ने बताया कि मेघा का पति के साथ विवाद चल रहा था और वह श्यामपुर कांगड़ी में मायके में रहती थी। उसकी एक 15 वर्षीय पुत्री व एक 10 वर्षीय पुत्र है।
बच्चों के पालन पोषण के लिए वह भूपतवाला स्थित एक होटल में रिस्पेशनिट का कार्य करती थी। नीरू देवी ने बताया कि 23 अक्तूबर को मेघा आर्य डयूटी के लिए होटल गयी थी। दोपहर के वक्त होटल से उन्हें सूचना दी गयी मेघा ऋषिकेश एम्स में भर्ती है। सूचना मिलने पर वह अपनी छोटी पुत्री राखी के साथ तुरंत एम्स पहुंची। अस्पताल में मेघा बेहोशी की हालत में थी और कुछ भी बताने कहने सुनने की स्थिति में नहीं थी।
पूछने पर चिकित्सक ने केवल इतना बताया कि हो सकता है कि मेघा ने किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया हो। अगले दिन मेघा को मृत घोषित कर दिया गया और पोस्टमार्टम के बाद उसका शव सौंप दिया। जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार कर दिया। नीरू देवी ने आरोप लगाया कि मेघा को पहले जीडी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन इसकी सूचना उन्हें नहीं दी गयी। उसका मोबाइल फोन और स्कूटी सप्तऋषि चौकी में मिला। फोन के साथ छेड़खानी भी की गयी है। नीरू देवी ने आरोप लगाया कि षड़यंत्र के तहत उनकी बेटी के साथ घटना को अंजाम दिया गया। होटल के सीसीटीवी फुटेज के साथ भी छेड़छाड़ की गयी है। उन्होंने बताया कि बेटी की मौत की जांच के लिए उन्होंने पुलिस को तहरीर भी दी। लेकिन पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। नीरू देवी ने पुलिस प्रशासन से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई करने की गुहार लगायी है।