
30 अप्रैल से शुरू हो रही खरधाम यात्रा के लिए ग्रामोत्थान (रीप) और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन ने जोर शोर से तैयारियां शुरू कर दी है। यात्रा के दौरान महिलायें स्थानीय उत्पादों की बिक्री के साथ ही विशेष प्रसाद की बिक्री कर सके, इसके लिए महिलाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। रविवार को मां यमुना के शीताकलीन प्रवास खरसाली गांव मे मां यमुना ग्राम संगठन की महिलाओं के लिए 12 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ सीडीओ एसएल सेमवाल ने किया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण में महिलाओं को घरेलू धूप,अगरबत्ती और विशेष प्रसाद निर्माण की कला में निपुर्ण किया जा रहा है। कहा कि प्रसाद निर्माण में स्थानीय स्तर पर उत्पादित सामग्रियों का उपयोग किया जाएगा, जिनमें प्रमुख रूप से चोलाई के लड्डू, केदार पाती, जटामांसी, गूगल, बुरांश, गेंदा फूल और गाय का गोबर शामिल हैं।
तैयार उत्पादों को आगामी चार धाम यात्रा के दौरान रीप/एनआरएलएम द्वारा स्थापित विशेष बिक्री केंद्रों (आउट्लेट) के माध्यम से श्रद्धालुओं को उपलब्ध कराया जाएगा। कहा कि इससे न केवल स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे और उनकी आजीविका में सुधार आएगा। जिला परियोजना प्रबंधक कपिल उपाध्याय ने बताया कि इस वर्ष जिला प्रशासन द्वारा समूह कि महिलाओं को विभिन्न स्थानों पर आउटलेट हेतु स्थान उपलब्ध कराया गया है।